छात्रा के आरोप, बीयू के डायरेक्टर करते थे अश्लील कमेंट्स इसलिए प्राइवेट कॉलेज में लिया दाखिला
भोपाल । बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के फिजिकल एजुकेशन विभाग में डायरेक्टर रहे डॉ. अखिलेश शर्मा के खिलाफ एक और छात्रा ने बुधवार को शिकायत की है। इसमें छात्रा ने उन पर सीधे तौर पर अश्लील बातें करने के आरोप लगाए हैं। हालांकि छात्रा इस बात दो साल पुरानी बता रही है। इस पर डायरेक्टर ने शिकायत पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके पहले एक छात्रा ने डायरेक्टर पर छेड़छाड़ करने वाले स्पोर्ट्स कोच को बचाने के आरोप लगाए थे। इसके चलते डायरेक्टर को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा विभाग में अटैच किया गया है।
कुलपति कार्यालय को बुधवार को मिली शिकायत के मुताबिक पीड़िता ने साल 2018 में बीपीएड फर्स्ट सेमेस्टर में एडमिशन लिया था। आरोपों के मुताबिक डायरेक्टर उस पर लगातार अश्लील कमेंट्स करते थे। छात्रा ने जब इसका विरोध करना शुरू किया तो डायरेक्टर उसे सजा देने लगे थे। तनाव में आकर जब छात्रा बीमार हो गई तो डायरेक्टर ने कहा कि वह गर्भवती हो गई है। छात्रा के मुताबिक विरोध से नाराज होकर उन्होंने मुझे थ्यौरी से लेकर प्रैक्टिकल तक में कम अंक दिए। जबकि मैंने बहुत मेहनत से परीक्षा की तैयारियां की थी। आखिर तंग आकर छात्रा ने बीयू के फिजिकल एजुकेशन विभाग से प्राइवेट कॉलेज में अपना दाखिला करवा लिया था। छात्रा ने आरोप लगाया कि डायरेक्टर ने कई और छात्राओं को भी इसी तरह से परेशान किया है। छात्राएं अपने भविष्य को ध्यान में रखकर उनके खिलाफ कुछ बोलना नहीं चाहती हैं। छात्रा ने डायरेक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हालांकि इस मामले में कुलपति आरजे राव असंवेदनशील रवैया अपनाए हुए हैं। वे मीडिया से इस मामले में कोई भी बात करने के लिए तैयार नहीं हैं।
लगातार आ रहे धमकी भरे कॉल
इसके पहले फिजिकल एजुकेशन विभाग की एक छात्रा ने बुधवार को फिर से शिकायत की है। उसका कहना है कि जबसे उसने छेड़खानी की शिकायत की है, तब से उसे लगातार धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। उसे शिकायत वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा है। गौरतलब है कि छात्रा ने वहां के क्रिकेट कोच सुनील शर्मा के खिलाफ छेड़खानी की शिकायत की थी। छात्रा का कहना था कि उसने इस घटना के बारे में डायरेक्टर शर्मा को भी बताया था। इस पर बीयू प्रशासन ने मामले की जांच महिला उत्पीड़न निवारण सेल को देते हुए रिपोर्ट मांगी थी। कमेटी इस मामले में गुरुवार से जांच शुरू कर देगी। इसमें गवाही के लिए डायरेक्टर शर्मा को बुलाया गया है।
नहीं करने दिया था पदभार ग्रहणः कोच के खिलाफ शिकायत मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करने पर बीयू प्रशासन ने डायरेक्टर को दूरस्थ शिक्षा विभाग में अटैच किया था। वे जब मंगलवार को पदभार ग्रहण करने पहुंचे थे तो वहां के डिप्टी डायरेक्टर संजय गुलाटी ने विभाग में ताला लगा दिया था। साथ ही स्टाफ के साथ कुलपति के पास जाकर उन्हें किसी और विभाग में नियुक्त करने के लिए कहा था।
नियमानुसार शपथ पत्र पर शिकायत की जानी चाहिए थी। यह शिकायत सादे कागज पर की गई है। शिकायतकर्ता ने एक तो दो साल बाद यह शिकायत की है, ऊपर से अपना विवरण भी नहीं दिया है। यह शिकायत पूरी तरह से प्रायोजित है। मैं इस मामले में बीयू से नोटिस मिलने पर मानहानि का दावा करुंगा।
डॉ. अखिलेश शर्मा, डायरेक्टर