पदभार ग्रहण नहीं कर सके, इसलिए डायरेक्टर के पहुंचने के पहले लगा दिया ताला
भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा विभाग में वहां के डिप्टी डायरेक्टर संजय गुलाटी ने अपने स्टाफ के साथ मिलकर डायरेक्टर अखिलेश शर्मा को मंगलवार को पदभार ग्रहण नहीं करने दिया। शर्मा को पदभार ग्रहण करने से रोकने के लिए गुलाटी ने विभाग के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। शर्मा को छात्रा के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना के मामले में आरोपित स्पोर्ट्स कोच सुनील शर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने पर दूरस्थ शिक्षा विभाग में अटैच किया है। विभाग में ताला लगा होने पर शर्मा ने करीब आधे घंटे गेट पर ही इंतजार किया। इसके बाद वे कुलसचिव कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने लिखित में विभाग में ताला लगे होने के कारण पदभार ग्रहण नहीं करने की सूचना दी। इसके बाद उन्होंने वहीं अपने पदभार ग्रहण करने की भी सूचना दे दी।
इसी बीच गुलाटी अपने स्टाफ के साथ कुलपति आरजे राव से मिलने पहुंच गए। उन्होंने कुलपति से यहां तक कह दिया कि आप मुझे काम नहीं करना देना चाहते हैं। जैसे ही एक विभाग में काम शुरू करता हूं दूसरे विभाग में पदस्थ कर दिया जाता है। अब दूरस्थ शिक्षा विभाग में काम शुरू किया था तो मेरे उपर एक अधिकारी लाकर बैठा दिया। इस पर कुलपति ने उन्हें आश्वस्त किया कि शर्मा को सिर्फ जांच होने तक उनके विभाग में पदस्थ किया है। इसके बाद यहां से फिर हटा दिया जाएगा। उनके काम में शर्मा कोई दखलंदाजी नहीं करेंगे। इसके बाद गुलाटी अपने स्टाफ के साथ विभाग में पहुंचे और ताला खुलवाया।
मामले में बनाया गवाह
इस मामले में शर्मा को एक तरह से क्लीनचिट मिल गई है। इसकी वजह है उन्हें इस मामले में गवाह बनाते हुए 5 मार्च को बीयू के सत्यभवन में बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है। इस मामले की जांच बीयू की महिला उत्पीड़न निवारण कमेटी कर रही है। कमेटी ने शर्मा को भेजे पत्र में लिखा है कि इस मामले की शिकायतकर्ता ने उन्हें गवाह बनाने की मांग की है। लिहाजा वे कमेटी के समक्ष पेश होकर बयान दर्ज कराएं। इस मामले में शर्मा का कहना है कि वे दूरस्थ शिक्षा विभाग में पदभार ग्रहण करने पहुंचे तो ताला लगा मिला। जब काफी देर इंतजार के बाद ताला नहीं खोला गया तो उन्होंने इसकी सूचना कुलसचिव कार्यालय को देते हुए अपने पदभार ग्रहण करने की सूचना दी।
राजभवन पहुंचे कुलपति
इस पूरे विवाद के बीच कुलपति आरजे राव राजभवन पहुंचे। बीयू में इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि छात्रा से हुई छेड़ाछाड़ की घटना को लेकर कुलपति को राजभवन तलब किया गया है। हालांकि कुलपति राव ने कहा कि वे राजभवन गए थे, लेकिन इस मामले के संबंध में उनकी वहां किसी से कोई चर्चा नहीं हुई है। वे किसी अलग मामले के संबंध में राजभवन गए थे।