पोरसा। कस्बे के बाजारों में पिछले कुछ दिनों से सुस्ती देखी जा रही है। व्यापारी इसे कोरोना वायरस का असर बता दे रहे है। जिससे बाजारों में ग्राहकी पर असर पड़ा है। वजह है कि प्रशासन ने वायरस के बचाव को लेकर एतिहातन स्कूल, कॉलेज, कोचिंगों को बंद करा दिया है। वहीं आम लोग भी बाजारों में आने से बच रहे है। जिसकी वजह से बाजार में भीड़ भाड़ भी कम होने के साथ ही दुकानों पर ग्राहकी का भी असर दिखाई दे रहा है। दुकानदारों की मानें तो इस समय 50 से 60 फीसद तक बाजार कम चल रहा है। हालांकि व्यापारी आने वाले दिनों में अच्छी ग्राहकी होने से भी आश्वस्त है। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के फैलने के साथ ही प्रशासन अलर्ट पर है। प्रशासन ने एतिहातन इस समय लोगों से बिना काम के बाजारों में आने से परहेज करने की अपील की है। इसके साथ ही सामूहिक रूप से इकट्ठा होने पर भी रोक लगाने की अपील की है। पिछले दिनों आदेश जारी कर प्रशासन ने सभी स्कूल, कॉलेज व कोचिंग सेंटरों को भी 31 मार्च तक के लिए बंद करा दिया। अब इसका असर बाजारों में पड़ता हुआ दिखाई रहा है। जिन बाजारों में पैर रखने तक के लिए जगह नहीं बचती थी, वहां भीड़ भाड़ बेहद कम दिखाई दे रही है। क्यों कि स्कूल बंद है।, कोचिंग भी बंद है। सामूहिक आयोजन भी लगभग सभी रद्द हो चुके हैं। ऐसे में दुकानों पर व्यापारी ग्राहकों के आने का इंतजार ही कर रहे है। व्यापारियों की माने तो यहां इसका बाजार पर बहुत असर पड़ा है। बाजार में ग्राहकों की कमी आई है। जिससे लगभग 50 से 60 फीसद तक कम दुकानदारी हो पा रही है। आम तौर पर कोचिंग आने वाले बच्चे ग्रामीण इलाकों से भी आते थे जो अपना सामान खरीदकर ले जाते थे। लेकिन अब वे भी नहीं आ रहे हैं। जिससे यहां प्रभाव पड़ रहा है।
कोरोना वायरस का तो असर बाजार पर दिखाई दे ही रहा है साथ ही इस समय खेती किसानी का काम शुरू होने से भी सुस्ती दिखाई दे रही है। क्यों कि ग्रामीण इलाकों से जो ग्राहक बाजार आते थे वे भी नहीं आ पा रहे हैं। किसान रबी फसल पकने से अब खेतों में काम में व्यस्त हो गया हैं। जिससे बाजारों में ग्राहकी कम हो रही है। वहीं व्यापारी इस बात को लेकर आशा लगाए बैठे हैं कि फसल आने के बाद बाजार में ग्राहकी अच्छी होगी। क्यों कि किसान के पास भी पैसा होगा और काम से निपटने के बाद वह बाजार भी आना शुरू हो जाएगा। वहीं कोरोना का प्रभाव भी कम होने की आशा लगा रहे हैं।
हमारा व्यापार इस समय तो 90 फीसद तक खत्म हो चुका है। कोरोना वायरस के डर से ग्राहक भी नहीं आ रहे। इक्का-दुक्का कोई ग्राहक आ जाए तो आ जाए। वरना सुबह से शाम तक दुकान पर बैठ कर समय गुजारना पड़ रहा है।
मुकेश शर्मा, स्टूडियो व्यवसायी
दुकानदारी 60 फीसद घटी है। कोरोना से तो असर हुआ ही हैं किराना पर अभी खेती किसानी होने से असर ज्यादा हुआ है। गांवों से ग्राहक बाजार आ ही नहीं रहे हैं। लेकिन हालात सुधर सकते हैं।
राधेश्याम, किराना व्यापारी
बाजार में वायरस डर दिखाई दे रहा है। हर रोज 8 से 10 हजार रुपए की हर रोज ग्राहकी होती थी। जो अब 12 सौ से 15 सौ रुपए पर आ गई है। आप अंदाजा लगा सकते हैं।
सौरभ गुप्ता, चूड़ी व्यवासायी
कोरोना वायरस से ग्राहक बाजार में नहीं आ रहे। वहीं किसान पर भी इस समय व्यस्त है। कोचिंग सेंटर व स्कूल बंद होने से भी बाजार पर असर हुआ है। गांव से आने वाले छात्र घर के लिए सामान ले जाते थे। जो इस समय नहीं आ रहे हैं। दुकानदारी 60 तक गिरी है।
सागर गुप्ता, किराना व्यवासायी।