फायरिंग और लूट कर भाग रहे बदमाश, पुलिस चौकियों पर सन्नाटा

मुरैना। शहर कोतवाली थाना इलाके में हो रहीं लूट और फायरिंग की घटनाओं के बाद पुलिस तत्काल शहर में नाकेबंदी तक नहीं कर पाती है। जिला मुख्यालय की इस स्थित से जिलेभर में पुलिस की चौकसी का हाल मालूम चल रहा है। शहर में बनाई गईं पुलिस चौकियों पर ही पुलिस मौजूद नहीं रहती। ऐसे में घटना होने पर नाकाबंदी नहीं हो पाती। वहीं बदमाश भी बेफिक्र होकर घटनाओं को अंजाम देते हैं। गुरुवार को एक राह चलती महिला के गले से बाइक सवार लुटेरों ने चेन खींच ली और भाग गए। आरोपित इसकदर भूमिगत हुए कि उनका कुछ भी पता नहीं चल सका। आरोपित बीआर गार्डन की पुलिया से चेन लूटकर भागे और नैनागढ़ रोड से होकर शहर से बाहर भाग गए। हैरानी की बात है कि इस दौरान पुलिस के स्थाई प्वाइंट पर भी पुलिस कर्मी तैनात नहीं थे। इसी तरह दत्तपुरा में एक मजदूर पर फायरिंग कर आरोपित इसी तरह आसानी से गोपीनाथ की पुलिया से होकर भाग गए, जबकि यहां भी पुलिस सहायता केंद्र है।



शहर की नब्ज पर नहीं पुलिस का हाथ


शहर में सुरक्षा व्यवस्था की नब्ज पुलिस के हाथ में नहीं है। यही वजह है कि खुद स्थानीय पुलिस अधिकारियों को भी नहीं मालूम कि शहर की किन जगहों पर पुलिस को दिन के समय तैनात करना है। दिन के समय होने वाली पेट्रोलिंग भी बंद है। पुलिसिंग के मामले में पुलिस लगातार ढिलाई बरत रही है।


यहां पुलिस सहायता केंद्र खाली


नैनागढ़ रोड पर क्राइम ब्रांच के कार्यालय के नाम पर बनाए गई इमारत में पुलिस कर्मी तैनात नहीं रहते। इस जगह को अब क्राइम ब्रांच का टार्चर सेंटर कहा जाने लगा है, जहां सिर्फ क्राइम ब्रांच पूछताछ के लिए लाए गए लोगों को रखती है। इसके अलावा सब्जी मंडी, फाटक बाहर, बायपास, छौंदा जैसी जगहों पर पुलिस चौकियां हैं, जो किसी काम की नहीं है।