प्रदेश अध्यक्ष ने कहा - यह सरकार ही पूरी ब्लैकमेल की सरकार, विजयवर्गीय बोले - यह कांग्रेस विधायकों का कमलनाथ सरकार पर गुस्सा
इंदौर / पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा भाजपा पर लगाए गए हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर मध्य प्रदेश में करीब 17 घंटे से सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। मंगलवार सुबह दिग्विजय ने ट्वीट कर कांग्रेस विधायकों को दिल्ली लाने की बात कही थी। इसके बाद जब शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दिल्ली के लिए निकले तो सियासी पारा और चढ़ गया। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 (एक निलंबित) और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। इसके बाद रात में ही भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया। हाॅर्स ट्रेडिंग के आराेपाें काे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा महासचिव ने सिरे से नकार दिया है। उनका कहना है कि भाजपा को लोकतंत्र पर विश्वास है, यह कांग्रेस की अंदरूनी कलह है, उनके विधायकों का कमलनाथ सरकार के खिलाफ गुस्सा है। प्रदेश सरकार ही पूरी ब्लैकमेल की सरकार है।
उनकी अंदरूनी राजनीति है
भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा का इससे काेई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस की अपनी अंदरूनी लड़ाई चल रही है, ये उसका परिणाम है। सबको पता है कि कांग्रेस विधायकों का भविष्य कमलनाथ और कांग्रेस के हाथ में सुरक्षित नहीं है, क्योंकि जितने वादे इन्होंने चुनाव के दौरान किए थे, अब तक एक भी पूरे नहीं हुए हैं। इसलिए जो भी हो रहा है यह उनकी अंदरूनी राजनीति है, कांग्रेस विधायकों का कमलनाथ और सरकार पर गुस्सा है। हमें यदि यही करना होता तो हम उसी दिन सरकार बना लेते, जिस दिन हमारे पास चार से पांच विधायक कम थे। कुछ विधायक आने को भी तैयार थे, लेकिन हम इन सब पर विश्वास नहीं करते। कांग्रेस के कई युवा विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। वे यह मानकर चल रहे हैं कि मप्र और दिल्ली दोनों ही जगह पर नेतृत्व ठीक नहीं है तो हमारे भविष्य का क्या होगा।
प्रदेश अध्यक्ष बोले - कमलनाथ सरकार ही ब्लैकमेल की सरकार
वहीं, शुजालपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा का जो वीडियो सामने आया है, वह पूरी तरह से फर्जी है। इस प्रकार को कोई वीडियो नहीं है। यह जो सरकार है, ये सरकार ही खरीद-फरोख्त की है। यह सरकार अपने अंतर विरोध और अंतरद्वंद से घिरी हुई है। यही लोग जोड़-तोड़ करते हैं, यही लोग ब्लैकमेल करते हैं। इसलिए मैंने मीडिया के समक्ष कहा कि यह ब्लैकमेल सरकार है। चाहे दिग्विजय सिंह ब्लैकमेल कर रहे हों, या फिर वे दबाव की राजनीति कर रहे हों। यह उनका आपसी मसला है। भाजपा को लोकतंत्र पर विश्वास है। भाजपा ने ना कभी ऐसा किया और ना ही ऐसा कुछ आगे भी करने वाली है। कांग्रेस का तो यह चरित्र ही रहा है। वे तोड़फोड में विश्वास रखते हैं और पूरा प्रदेश यह जानता है कि वे इस सरकार को कैसे चला रहे हैं। इसलिए सरकार अपने अंतरद्वंद से गिरती है तो गिरे, हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है।