लकड़ी के टाल के साथ गो-काष्ठ के भी लगाए जाएंगे स्टॉल, शांति समिति की बैठक में हुआ निर्णय

लकड़ी के टाल के साथ गो-काष्ठ के भी लगाए जाएंगे स्टॉल, शांति समिति की बैठक में हुआ निर्णय


भोपाल। किसी भी त्यौहार के समय ही जांच मिलावट के खिलाफ अभियान चलाकर जांच क्यो करवाई जाती है। इसके लिए प्रशासन पहले से व्यवस्था क्यों नहीं करता है। त्यौहार आने पर ही डीजे पर प्रतिबंध लगाने की बात होती है जबकि यह हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए। कुछ इस तरह के सवाल-जवाब के बीच मंगलवार को जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक हुई। कलेक्टर तरुण पिथोड़े की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शहर में होली के लिए लकड़ी के टाल के साथ-साथ गो-काष्ठ का स्टॉल लगाने का भी निर्णय लिया गया। शांति समिति के सदस्य प्रमोद नेमा ने कहा कि 90 फीसदी गो-काष्ठ महंगे दामों पर बेचा जाता है। इसे 700 रुपये प्रतिक्विंटल पर लेकर 800 में बेचना चाहिए लेकिन लोग 1200 रुपये प्रति क्विंटल तक इसे बेचते है। सस्ते दाम में बेचने से गौ-काष्ठ के प्रति लोग जागरूक होंगे और इसे ही उपयोग करेंगे। जब संबंधित समिति टीआई से पर्ची लेकर आए तभी लकड़ी के टाल से लकड़ी दी जाएगी। वहीं सभी थाना और एसडीएम स्तर पर अलग से शांति समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए है। बता दें कि आगामी मई महीने तक विभिन्न धर्मों के 12 त्यौहार प्रमुख रूप से मनाए जाएंगे। इन त्यौहारों एवं पर्वों के दौरान प्रशासनिक, पुलिस एवं अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक में चर्चा की गयी। बैठक में डीआईजी इरशाद वली, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी सतीश कुमार एस, आयुक्त नगर निगम भोपाल विजय बी दत्ता, अपर कलेक्टर्स व अन्य अधिकारी एवं शांति समिति के सदस्यगण मौजूद थे।


 

कलेक्टर बोले..इको फ्रेंडली मनाए होली


कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बैठक में कहा कि आस्था में कमी नहीं रहे और समय के साथ परिवर्तन भी आवश्यक है इसी के दृष्टिगत ईको फ्रेंडली होली मनाई जाए। होलिका दहन के लिए गौकाष्ठ का अधिकाधिक उपयोग करने के लिए भी कहा। उन्होंने बताया कि त्यौहारों के दौरान पेयजल, साफ-सफाई, बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से देने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि परंपरागत आयोजनों को ही अनुमति दी जाएगी। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी नियमित संयुक्त भ्रमण करेंगे।


 

नवरात्री में सुबह के समय महिलाओं के लिए बढ़ाए जाए सुरक्षा व्यवस्था


शांति समिति के सदस्य मनीष श्रीवास्तव ने सुझाव दिया कि नवरात्री में सुबह के समय महिलाएं मंदिर में जल चढ़ाने जाती है। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि कोई अप्रिय स्थिति ना बने। कलेक्टर ने इस दौरान कोरोना वायरस से सतर्क रहने के लिए भी कहा। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी से हाथ न मिलाए, खांसी आने पर मुंह में पकड़ा रखकर खासे।