गोहद में ट्रैक्टर-ट्रॉली से धंसी जमीन; लोगों ने गड्‌ढे में झांककर देखा तो सालों पुराने महल के अवशेष दिखे

गोहद / गोहद में नगर पालिका के पास निर्माणाधीन पार्क में साफ-सफाई के दौरान जमीन के नीचे सैकड़ों साल पुराने शीश महल के अवशेष मिले हैं। यह महल राजा भीम सिंह राणा के मंत्री राजधर सिंह का बताया जा रहा है जो वर्षों से विलुप्त था। पार्क की सफाई के दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी थी, तभी अचानक जमीन धंसक गई। जानकार महल को 300 साल से अधिक पुराना होने का दावा कर रहे हैं।  


महल में प्राचीन शिव मंदिर
इस महल में प्राचीन शिव मंदिर है जो हूबहू इसके ऊपर बने मंदिर की तरह है। नगर की बुजुर्ग महिला कवरी ने बताया कि पूर्वज बताते थे कि यह महल 200 मीटर की लंबाई में बना है जिसके अंदर 20 से 25 कक्ष और शायवान सफेद चूना, कोड़ी कंक्रीट से बनाए गए हैं। यह महल राजा भीम सिंह के किला परक्षेत्र से 300 मीटर दूर है। नगर में चर्चा है कि यहां पर जाट राजा भीम सिंह राणा का तोपखाना और घुड़साल हुआ करती थी। ये भी कहा जा रहा है कि यह राजा के खजांची का महल है। यहां खजाना भी हो सकता है। इसे जमीन के अंदर बनवाया गया था। समय के साथ ये जमीन में दब गया।


ओरछा महोत्सव के बाद निरीक्षण करेंगे। जमीन के अंदर खुदाई करके महल के अंदर की वास्तविकता देखी जाएगी।


केएल डावी, उप संचालक, पुरातत्व